तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेजप्रताप भी मंत्री बने हैं और उन्हें पर्यावरण एवं वन मंत्रालय दिया गया है। माना जा रहा है कि पिछली सरकार की तुलना में लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप का कद घटा है।
नीतीश कैबिनेट का आज गठन हो गया है। मंगलवार को कुल 31 मंत्रियों ने शपथ ली। शपथ ग्रहण होने के कुछ देर बाद ही मंत्रियों के बीच विभागों का भी बंटवारा हो गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास सामान्य प्रशासन और गृह विभाग समेत कुल 5 मंत्रालय हैं। वहीं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पास स्वास्थ्य और पथ निर्माण समेत 4 मंत्रालय हैं। तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेजप्रताप भी मंत्री बने हैं और उन्हें पर्यावरण एवं वन मंत्रालय दिया गया है। मंत्रालय के बंटवारे को लेकर जब तेजप्रताप से पत्रकारों ने बात करने की कोशिश की तो वह बिना कुछ बोले ही निकल गए। उनके हाव भाव को देखकर लग रहा था कि जैसे वो खुश नहीं है।
गौरतलब है कि महागठबंधन की पिछली सरकार में तेजस्वी यादव के पास पथ और भवन निर्माण, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी थी। जबिक तेजप्रताप यादव को स्वास्थ्य, लघु जल संसाधन और पर्यावरण एवं वन विभाग का मंत्री बनाया गया था। माना जा रहा है कि पिछली सरकार की तुलना में तेजप्रताप का कद घटा है। पिछली बार महागठबंधन सरकार में तेजप्रताप के पास स्वास्थ्य विभाग था, जो कि अब खुद तेजस्वी के पास है।
बता दें कि नई सरकार में आरजेडी कोटे से सबसे अधिक 16 मंत्री बने हैं। इसके बाद भी लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप को विभागों में कटौती क्यों की गई? माना जा रहा है कि लालू यादव और तेजस्वी यादव की मर्जी से ही आरजेडी कोटे के मंत्रियों के बीच विभागों को बंटवारा हुआ है। मतलब तेजप्रताप को पर्यावरण मंत्रालय देने का फैसला आरजेडी का ही हो सकता है। बताया जा रहा है कि तेजप्रताप यादव अक्सर विवादों में रहते हैं, जिसकी वजह से पार्टी और परिवार की काफी फजीहत होती है। हो सकता है कि विवादों से बचने के लिए उन्हें बड़े मंत्रालय की जिम्मेदारी ना दी गई है।