शिवानंद तिवारी ने मीडिया को दिए बयान में साफ किया कि जगदानंद से अपनी कुर्सी नहीं संभालेंगे। शिवानंद तिवारी ने इसके पीछे के कारणों को भी स्पष्ट किया। जगदानंद सिंह की नाराजगी बनी हुई है।
लालू यादव की पार्टी आरजेडी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर जगदानंद सिंह बने रहेंगे या हटेंगे, यह उहापोह खत्म नहीं हो रहा है। इस बीच पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ किया है कि जगदानंद सिंह बिहार राजद के प्रदेश अध्यक्ष नहीं रहेंगे। शिवानंद तिवारी ने इसका कारण भी बताया है।
इससे पहले खबर आई थी कि जगदानंद सिंह अध्यक्ष नहीं रहेंगे। उनकी जगह अब्दुल बारी सिद्धकी को बिहार आरजेडी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा। लालू यादव के करीबी भोला यादव को प्रधान महासचिव बनाया जाएगा। लेकिन शुक्रवार को ही जगदानंद सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ी और कयासों पर विराम लगा दिया। पार्टी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उन्होंने कहा कि वह पार्टी के लिए काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। उनकी जगह अब्दुल बारी सिद्दीकी को अध्यक्ष बनाने के बारे में कहा कि कोई जानकारी नहीं है।
इधर, शनिवार को इस प्रकरण में बरा डेवलपमेंट देखा गया। पार्टी में राष्ट्रीय प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे और लालू यादव के करीबी नेता शिवानंद तिवारी ने मीडिया को दिए बयान में साफ किया कि जगदानंद सिंह अपनी कुर्सी नहीं संभालेंगे। शिवानंद तिवारी ने इसके पीछे के कारणों को भी स्पष्ट किया।
पत्रकारों से बातचीत में शिवानंद तिवारी ने कहा कि जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह पहले ही से नाराज चल रहे हैं। सुधाकर सिंह ने मंत्री पद भी छोड़ दिया। उसके बाद से जगदानंद सिंह की नाराजगी बढ़ गई और पार्टी में उनकी सक्रियता कम हो गई। शिवानंद तिवारी ने पूरे घटनाक्रम की याद दिलाते हुए कहा कि साफ हो गया है कि जगदानंद अब फिर से प्रदेश अध्यक्ष की कमान नहीं संभालेंगे।
जगदानंद सिंह पटना पहुंचकर भी आरजेडी दफ्तर नहीं गए। पार्टी के कई नेता दफ्तर में उनका इंतजार करते रहे। उसके बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पार्टी के महत्वपूर्ण कागजात अपने सरकारी आवास पर मंगवा लिया। जगदानंद सिंह की नाराजगी से पार्टी की गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं।