जालसाज ने डाक विभाग के खाता धारियों से फर्जीवाड़ा कर लोगों की दैनिक वसूली के जरिए रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) अकाउंट खोल दिया था। वह पासबुक पर जाली एंट्री कर डाक विभाग की मुहर लगाकर पैसा उठा लेता था।
बिहार के छपरा से पोस्ट ऑफिस एजेंट की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। सैकड़ों लोगों से आरडी (रेकरिंग डिपॉजिट) के जरिए 15 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले एजेंट को पुलिस ने पत्नी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। जालसाज एजेंट को न्यू जलपाईगुड़ी ट्रेन से आरपीएफ ने यूपी के गोरखपुर से पकड़ा और छपरा की भगवान बाजार थाना पुलिस कौ सौंप दिया। बिहार पुलिस को आरोपी धीरज अग्रवाल की सात महीने से तलाश थी।
धीरज भगवान बाजार थाना क्षेत्र के दौलतगंज का रहने वाला है। वह अपनी पत्नी के साथ पकड़ा गया है। धीरज अग्रवाल ने छपरा शहर के पोस्ट ऑफिस से जुड़े 500 से अधिक खाताधारकों से करीब 15 करोड़ से अधिक राशि धोखाधड़ी कर लेकर फरार हो गया था। इसके खिलाफ भगवान बाजार थाने में गुदरी सलामत गंज के रहने वाले अश्वनी पांडे ने और टाउन थाने में भी मामला दर्ज कराया गया है। गोरखपुर पोस्ट के इंस्पेक्टर इंचार्ज राजेश सिन्हा ने तत्काल सूचना भगवान बाजार थाना पुलिस को दी और मौके पर भगवान बाजार थाना पुलिस पहुंच गई।
ऐसे करता था गबन
जालसाज ने डाक विभाग के खाता धारियों से फर्जीवाड़ा कर लोगों की दैनिक वसूली के जरिए रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) अकाउंट खोल दिया था। लोग विश्वास करते हुए अपनी पासबुक भी धीरज के पास ही छोड़ देते थे और वो उसका फायदा उठाते हुए पासबुक पर जाली एंट्री कर डाक विभाग की मुहर और कर्मी का हस्ताक्षर कर पैसा उठा लेता था। यह खेल लंबे समय से धीरज खेल रहा था, लेकिन करीब 6 माह पहले इसका खुलासा हुआ। उसके बाद से वह छपरा छोड़कर भाग गया था।