बिहार में बालू माफियों को देने के लिए लाए जा रहे गोलियों के जखीरे को एसटीएफ ने बरामद किया है। एसटीएफ को खुफिया सूचना मिली कि कुछ तस्कर गोलियों की बड़ी खेप लेकर उत्तर प्रदेश से बिहार आ रहे हैं।
बिहार में बालू माफियों को देने के लिए लाए जा रहे गोलियों के जखीरे को एसटीएफ ने बरामद किया है। इससे पहले की यह माफियाओं के हाथ लगता एसटीएफ की टीम ने कैमूर जिले के दुर्गावती स्थित टोल प्लॉजा के पास छापेमारी कर चार हथियार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान आल्टो कार से विभिन्न बोर की 2500 गोलियां और एक देसी राइफल बरामद हुई है।
एसटीएफ को खुफिया सूचना मिली कि कुछ तस्कर गोलियों की बड़ी खेप लेकर उत्तर प्रदेश से बिहार आ रहे हैं। एटीएफ की टीम ने दूर्गावती टोल प्लाजा पर मोर्चा संभाल लिया। कुछ देर बाद एक आल्टो कार में सवार चार व्यक्ति टोल प्लाजा पार करते हुए बिहार में दाखिल हुए। घेराबंदी कर उन्हें रोक लिया गया। तलाशी के दौरान .315 बोर की देसी राइफल मिली। पर गोलिया कहीं नहीं दिखी। चुकी गोलियों की तस्करी की सूचना पक्की थी लिहाजा एसटीएफ ने कार की बारिकी से छानबीन की। कार के गेट के पैनल को खोलकर उसमें गोलियां छुपाई गई थी।
गिरफ्त में आए तस्कर रोहतास के रहनेवाले
एसटीएफ के अनुसार तस्करी के आरोप में गिरफ्तार सभीी चारों शख्स रोहसात जिले के रहनेवाले हैं। इनमें ओम प्रकाश उर्फ प्रदुमन व प्रभात कुमार (दोनों लालगंज, सासाराम), विपिन पासवान (मिश्रीपुर,सासाराम) और सोनू सिंह (करहसी, नटवार, रोहतास) शामिल हैं।
.3006 की गोलियां भी शामिल
तस्करों के पास से बरामद गोलियां विभिन्न बोर की हैं। इसमें .315 बोर की 1980, .30 की 100, 7.65 की 120 और .3006 की 300 गोलियां शामिल हैं। .3006 की गोलियां काफी महंगी आती है और इसके राइफल का मार बहुत खतरनाक होता है। बताया जाता है कि गोलियों की खेप उत्तर प्रदेश के किसी शहर से लाई गई थी। एसटीएफ और स्थानीय पुलिस इस बाबत पूछताछ कर रही है।