शेखपुरा में राज्य सरकार ने शराबबंदी लागू किए जाने और इस पर सख्ती बरतने के बावजूद जिले में देसी शराब निर्माण और बिक्री का धंधा रुकने के बजाय और ज्यादा बढ़ने लगा है।हालांकि, पुलिस और उत्पाद विभाग इस कारोबार पर अंकुश लगाने की दिशा में काफी प्रयत्नशील है। फिर भी गांव देहातों के अलावा शहरी क्षेत्र में इसका कारोबार कुकुरमुत्ते की तरह फैल गया है।
100 की संख्या में लोगों ने घेर रखा था
बीती देर शाम स्थानीय उत्पाद विभाग और नवादा जिला के उत्पाद पुलिस संयुक्त रूप में छापामारी करने शहर के गिरिहिंडा मुहल्ले के चौधरी टोला पहुंची। छापामार टीम ने जब उक्त टोले में संचालित शराब के अड्डे पर पहुंची ।
लगभग एक सौ की संख्या में महिला और पुलिस छापामार दल को घेर कर उनके ऊपर चप्पल और जूते बरसाना शुरू कर दिया। साथ ही उत्पाद टीम के पदाधिकारियों और पुलिस कर्मियों के साथ धक्का मुक्की व गाली गलौच कर टीम के द्वारा शराब की खेप के साथ पकड़े गए 4 कारोबारियों को छुड़ा लिया।
जान बचाकर भागे टीम के लोग
टीम के वाहन के आगे महिला कारोबारियों ने आकर वाहन को रोक लिया। टीम में शामिल लोग जान बचाकर बैरंग वापस लौट आए। टीम में उत्पाद थाना शेखपुरा की दारोगा प्रीति कुमारी , मीनू कुमारी , एएसआई अनिल सिंह और उत्पाद टीम नवादा के दारोगा नरेंद्र कुमार सहित बड़ी संख्या में सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे।इस बाबत उत्पाद दारोगा प्रीति कुमारी ने बताया कि इस संबंध में एक प्राथमिकी नगर थाना में भी अलग से एक प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है।
शराब कारोबारियों का इस जिले में मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। हाल के कुछ महीनो में तीन बार उत्पाद दल पर हमला किया गया। पुलिसकर्मियों को घायल करने ,उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त करने और अपने शराब कारोबारियों को पुलिस गिरफ्त से छुड़ाने की घटना को अंजाम दे चुके हैं। इससे पहले हुसैनाबाद, अहियापुर में भी हाल में ही इस तरह की घटना घटी है।