कोलकाता में नमामि गंगे योजना के तहत होने वाली बैठक में पीएम मोदी वर्चुअली जुड़ सकते हैं। मां हीराबेन के निधन के चलते बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। वहीं डिप्टी सीएम तेजस्वी कोलकाता पहुंच गए हैं।
पीएम मोदी शुक्रवार को कोलकाता में 7000 करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। जिसमें बंगाल समेत पांच राज्यों के सीएम को बुलाया गया है। लेकिन बिहार से सीएम नीतीश कुमार की जगह डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बैठक में शामिल होने के लिए कोलकाता पहुंच गए हैं। सूत्रों से खबर है कि पीएम मोदी की मां हीरा बेन के निधन के चलते पीएम वर्चुअली बैठक में शामिल हो सकते हैं। इस बैठक में यूपी, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार के सीएम को भी बुलाया गया है।
कोलकाता पहुंचे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव
हालांकि नीतीश कुमार ने बैठक में शामिल न होने का फैसला किया है। उनकी जगह पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शामिल होंगे। तेजस्वी बैठक में शामिल होने के लिए पटना से कोलकाता के लिए गुरुवार शाम को रवाना भी हो गए थे। इससे पहले उन्होंने कहा- कोलकाता जा रहे हैं बैठक में शामिल होने… जिन राज्यों में गंगा बहती है, उन राज्यों को बुलाया गया है। परिषद की पहली बैठक 14 दिसंबर 2019 को कानपुर में हुई थी।
वर्चुअली जुड़ सकते हैं पीएम मोदी
इससे पहले जदयू और बीजेपी का गठबंधन टूटने और बिहार में नई सरकार बनने के बाद यह पहला मौका होता जब डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पीएम मोदी से मुलाकात करते। लेकिन इस बैठक में मां हीरा बेन के निधन के चलते पीएम मोदी वर्चुअली शामिल हो सकते हैं। ऐसे में पीएम मोदी से तेजस्वी की फेस टू फेस मुलाकात नहीं हो पाएगी। इससे पहले बिहार विधानमंडल भवन के शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम में तेजस्वी यादव पीएम मोदी से मिले थे। जिसमें तेजस्वी बतौर नेता प्रतिपक्ष शामिल हुए थे।
7 सीवर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रॉजेक्ट्स का उद्घाटन
पीएम बैठक से पहले राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत 990 करोड़ की लागत से बने सात सीवर अवसंरचना परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। वहीं 1585 करोड़ की लागत से बनने वाले पांच सीवर अवसंरचना परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।
वॉटर एंड सेनीटेशन इंस्टीट्यूट का करेंगे उद्घाटन
पीएम डायमंड हार्बर रोड पर 100 करोड़ की लागत से बने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी –नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉटर एंड सेनीटेशन का उद्घाटन करेंगे. यह संस्थान देश में जल, सफाई और स्वच्छता पर प्रमुख निकाय के रूप में कार्य करेगा. यह केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों के लिए सूचना व जानकारी का केंद्र-स्थल बनेगा।