कश्मीर के पहलगाम में बस हादसे में शहीद अभिराज कुमार का पार्थिव शरीर सूर्यगढ़ा प्रखंड के खेमतरनी गांव पहुंचा। नम आंखों से जवान को अंतिम विदाई दी गई। बेटे के पार्थिव शरीर से लिपटकर मां रो पड़ी। मां बोलती रही तुम फिर लौटकर जरूर आना। अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। अभिराज अमर रहे के नारे लगाए गए। देशभक्ति गीतों और पूरे सम्मान के साथ जवान को अंतिम विदाई दी गई।
इस मौके पर डीएम संजय कुमार सिंह, स्थानीय विधायक प्रहलाद यादव, एएसपी अभियान मोतीलाल समेत कई अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि मौके पर मौजूद रहे। आईटीबीपी के इंस्पेक्टर ने बताया कि अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी से लौटे रहे जवानों से भरी बस चांदबाड़ी और पहलगाम के बीच गहरी खाई में गिर गई थी। इसमें सात लोगों की मौत हो गई, जिसमें हेड कांस्टेबल अभिराज कुमार की शामिल थे।

इस मौके पर डीएम संजय कुमार सिंह ने कहा कि ये काफी दुखद पल है। भगवान उनके परिजनों को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। वहीं स्थानीय विधायक प्रहलाद यादव ने भी हर संभव मदद का भरोसा दिलाने की बात कही।

साल 2019 में अभिराज ने आईटीबीपी ज्वाइन किया था। उसके दो भाई और एक बहन थे। भाई जितेन्द्र के अनुसार तीन महीने पहले वह घर आया था। हादसे वाले दिन 16 अगस्त की सुबह अपनी मां से बात कर हालचाल जाना था। घटना के बाद अभिराज के दोस्तों में भी मायूसी देखी जा रही थी। अभिराज के दोस्त संजीव ने बताया कि वह काफी मिलनसार था। पुरानी यादों को ताजा कर वे भी भावुक हो गए।