सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन के कैंटीन ठेकेदार की हत्या में उसकी स्टाफ ने ही रुपयों के लिए करा दी। महिला ने पहले स्टेशन के एक वेंडर और एक अन्य युवक को पैसों का लालच देकर अपने शामिल किया। इसके बाद ठेकेदार का गला रेतकर हत्या को अंजाम दिया। हत्या के बाद मृतक का अलमीरा को भी तोड़ने का प्रयास किया गया। अलमीरा के नहीं टूटने पर मृतक का कुर्ता व बंडी पहनकर अपराधी फरार हो गए। अब पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला मंगलवार की रात का है। शुक्रवार को रेल एसपी अशोक कुमार ने बताया कि 80 वर्षीय ठेकेदार की हत्या 60 साल की महिला ने करवाई थी। वह 16 साल से उसके पास काम करती थी। वहीं उसके साथ शामिल गुड्डू नामक युवक मृतक का स्टॉल चलाता था। उसे बाद में हटाया दिया गया था। वहीं दूसरा व्यक्ति मंतोष गुड्डू का ही साथी है।
उन्होंने बताया कि शिवहर जिले के पिपराही थाना के धनकौल निवासी रेलवे कैंटीन ठेकेदार अरुण कुमार की हत्या पैसों के लालच में की गई थी। उनकी हत्या कैंटीन में काम करने वाली सीतामढ़ी के बथनाहा थाना के कोआरी निवासी सूर्यकला देवी, नगर थाना के आदर्श नगर वार्ड संख्या दो का रहने वाला वेंडर गुड्डू कुमार व पुनौरा थाना के मधुबन निवासी मंतोष यादव ने मिलकर की।
गुड्डू व मंतोष को दिया गया पैसों का लालच
हत्या की साजिश सूर्यकला देवी ने रची थी। गुड्डू व मंतोष को अपने अपने घरों से गिरफ्तार किया गया। गुड्डू व मंतोष को पैसों का लालच दिया गया था। दोनों को कहा गया था कि आज काफी कलेक्शन हुआ है। अरुण की हत्या कर काफी पैसा हाथ लगेगा। इस पर दोनों तैयार हो गए। इसके बाद देर रात सवा 3 बजे अरुण की गला रेतकर हत्या की गई। इसके बाद उसके अलमारी को तोड़ने का प्रयास किया गया।

चाकू लेकर भागने लगे अपराधी
हत्या के बाद अरुण का कुर्ता व बंडी अपराधियों ने पहन लिया। साथ ही, चाकू व मृतक का मोबाइल को अपने साथ लेकर फरार हो गए थे। उन्होंने कहा कि हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू को और मृतक के कपड़े को भी बरामद कर लिया गया है।