एतवरिया देवी का दाहिना हाथ टूटा हुआ था, उसके हाथ पर प्लास्टर चढ़ा था। खाना देकर लौटते समय सभी सरेह में घोंघा चुनने लगीं। सरेह में पानी भरा हुआ था। एक बच्ची गहरे पानी में चली गई और डूबने लगी।
बेतिया जिले के मझौलिया की बहुअरवा पंचायत के चैनपुर गांव के चौर में डूबने से रविवार की दोपहर एक ही परिवार की दादी, दो पोती समेत चार की मौत हो गयी। मृतकों में चैनपुर गांव की एतवरिया देवी (52) उनकी दो पोतियां हंसी कुमारी (10) व खुशी कुमारी (8) और पूर्वी चंपारण के अरेराज थाने के बहादुरपुर निवासी हरिन्द्र महतो की पुत्री सरिता कुमारी (14) शामिल हैं।
जानकारी मिलते ही गांव में कोहराम मच गया। लोगों की भीड़ घटनास्थल के पास जुट गई। ग्रामीणों ने मछुआरों के सहयोग से चारों के शव को बाहर निकाला। बताते हैं कि परिजनों को खाना देकर लौटते समय घोंघा चुनने के दौरान घटना हुई। एसपी उपेन्द्र नाथ वर्मा ने बताया कि मझौलिया पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी है। शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया गया है।
ग्रामीणों के अनुसार चैनपुर निवासी देवीलाल महतो के पुत्र नरेश महतो व अन्य परिजन और गांव के भुलावन महतो डुमरिया गांव के सरेह की तरफ मजदूरी करने गए थे। करीब 10 बजे नरेश महतो की दो बेटियां हंसी व खुशी के साथ भुलावन महतो की साली सरिता कुमारी उनलोगों के लिए खाना लेकर डुमरिया सरेह की तरफ निकली। बच्चियों को रास्ता नहीं मालूम था। उनके सहयोग के लिए नरेश महतो की मां एतवरिया देवी भी साथ में हो गयी।
एतवरिया देवी का दाहिना हाथ टूटा हुआ था, उसके हाथ पर प्लास्टर चढ़ा था। खाना देकर लौटते समय सभी सरेह में घोंघा चुनने लगीं। सरेह में पानी भरा हुआ था। इसी दौरान अचानक एक बच्ची गहरे पानी में चली गई और डूबने लगी। उसे बचाने के प्रयास में बारी-बारी से तीनों बच्चियां व एतवरिया देवी डूब गयी। घटना के काफी देर बाद परिजनों ने खोजबीन चालू की। तब पोखर के पास तक उनलोगों के जाने के निशान मिले। उसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से पोखरे में खोजबीन शुरू की गयी, जिसके बाद चारों के शव बारी-बारी से निकाले गए।