सोमवार को राजधानी पटना का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 376 हो गया है। पिछले 6 दिनों से सूचकांक में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पटना की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच रही है।
सोमवार को राजधानी पटना का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 376 हो गया है। पिछले 6 दिनों से सूचकांक में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पटना की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी देशभर के 179 शहरों में बिहार का छपरा सबसे अधिक प्रदूषित है।
वहीं पटना शहर में राजाबाजार, समनपुरा और आयकर चौराहा की हवा सबसे अधिक प्रदूषित है। समनपुरा का सूचकांक 441 है, जो दिल्ली के बराबर है। समनपुरा और राजाबाजार क्षेत्र की हवा में पीएम 10 यानी मोटे धूलकण की मात्रा 500 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर है, जबकि पिछले 24 घंटे का मानक 60 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर होना चाहिए। यहां प्रदूषण मानक से 9 गुना अधिक है।
वायु प्रदूषण में छपरा शहर दिल्ली से भी आगे रहा। छपरा का सूचकांक 449 है। देशभर में छपरा सोमवार को सबसे अधिक प्रदूषित रहा। वहीं बेगूसराय का सूचकांक 437 है। सूबे के अन्य शहरों की हवा भी गंभीर श्रेणी में पहुंच चुकी है।
राजधानी पटना के प्रदूषित क्षेत्र
क्षेत्र सूचकांक
समनपुरा 441
तारामंडल 390
राजवंशी नगर 388
दानापुर 351
पटना सिटी 347
गांधी मैदान 341