Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर के लिए निकली अपनी भारत जोड़ो यात्रो को काफी सफल करार दिया है। उन्होंने तंज भरे लहजे में आरएसएस और भाजपा को धन्यवाद भी दिया।
राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर के लिए निकली अपनी भारत जोड़ो यात्रो को काफी सफल करार दिया है। उन्होंने तंज भरे लहजे में आरएसएस और भाजपा को धन्यवाद भी दिया। राहुल ने कहा कि मैं बीजेपी और आरएसएस के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं, क्योंकि वे जितना अधिक हमें निशाना बनाते हैं, यह किसी न किसी तरह से हमारी मदद करता है।
राहुल पत्रकारों के सवाल का जवाब दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ”जब मैंने इसे (भारत जोड़ो यात्रा) शुरू किया, तो मैंने इसे कन्याकुमारी से कश्मीर तक की एक सामान्य यात्रा के रूप में लिया। धीरे-धीरे हम समझ गए कि इस यात्रा में एक आवाज और भावनाएं हैं।”
बीजेपी-आरएसएस को क्यों बताया गुरु?
उन्होंने आगे कहा, ”मैं खासतौर से आरएसएस और भाजपा के लोगों को धन्यवाद करता हूं, क्योंकि वे जितना आक्रमण करते हैं उतना हमें सुधार करने का मौका मिलता है। मैं चाहता हूं कि वे और जोर से आक्रमण करें जिससे कांग्रेस पार्टी को अपनी विचारधारा अच्छे से समझ आए।” राहुल ने कहा, ”मैं उनको (RSS-BJP को) अपना गुरु मानता हूं कि वह मुझे रास्ता दिखा रहे हैं कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं। वे हमें अच्छी ट्रेनिंग दे रहे हैं।”
अपनी सुरक्षा को लेकर क्या बोले राहुल?
राहुल गांधी से उनकी सुरक्षा को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा उठाए गए सवाल के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”जब उनके वरिष्ठ नेता बुलेट प्रूफ गाड़ी से बाहर आते हैं तो कोई चिट्ठी नहीं जाती। उनके नेताओं ने रोड शो किए, खुली जीप में गए जो प्रोटोकॉल के खिलाफ है। उनके लिए प्रोटोकॉल अलग, मेरे लिए अलग। सीआरपीएफ जानती है कि मेरे लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं।”
मायावती और अखिलेश भी देश में मुहब्बत चाहते: राहुल
राहुल की यात्रा 3 जनवरी को उत्तर प्रदेश पहुंचने वाली है। वहीं, मायावती और अखिलेश यादव ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है। इसको लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, ”विपक्ष के नेता हमारे साथ खड़े हैं और यह हमें मालूम हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दरवाजे उन सबके लिए खुले हैं जो भी भारत को जोड़ना चाहते हैं। हम भारत जोड़ो यात्रा में आने के लिए किसी को नहीं रोकेंगे। मायावती जी और अखिलेश जी हिंदुस्तान में मोहब्बत चाहते हैं, नफरत नहीं।”