खगड़िया में आर्मी जवान का पार्थिव शरीर गुरुवार को गांव पहुंची। 14 किमी की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। जवान का दाह संस्कार अगुवानी गंगा घाट पर किया गया जवान पप्पू सिंह सलारपुर गांव के रहने वाले थे। इलाज के दौरान लखनऊ में उनकी मौत हो गई थी।
पत्नी ने किडनी भी डोनेट किया था
14 किमी की शवयात्रा में भारत माता की जय के नारे लगते रहे। जवान पप्पू सिंह पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे। किडनी फेल होने पर 26 जूलाई को पत्नी प्रीति कुमारी ने उन्हें अपनी किडनी दी थी। लेकिन चिकित्सकों का यह प्रयास सफल नहीं हो पाया। बुधवार को लखनऊ के सैन्य अस्पताल में जवान का निधन हो गया।
राजस्थान के हिसार में थे तैनात
पप्पू सिंह 86 आर्मेड यूनिट 57 बिग्रेड हिसार राजस्थान में तैनात थे। करीब 4 महीने से उनका इलाज लखनऊ के सैन्य अस्पताल में चल रहा था। पप्पू कुमार सिंह तीन भाईयों में सबसे छोटे थे। आर्मी में उनका चयन वर्ष 1999 में हुआ था। मृतक जवान के बड़े भाई अंगद सिंह पंजाब में रह रहे हैं। जबकि उनका दूसरा भाई मुन्ना सिंह गांव में ही खेती करते हैं। जवान पप्पू अपने पीछे पत्नी प्रीति कुमारी, बेटे प्रियांशु और बेटी मुस्कान को छोड़ गये हैं।
शवयात्रा में पप्पू सिंह अमर रहे के लगते रहने नारे
दाह संस्कार में एसडीओ, डीएसपी, बीडीओ समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। आर्मी जवान के शव पहुंचने से पहले ही गांव के युवाओं ने सारी तैयारी पूरी कर ली थी। जगह-जगह बैनर-पोस्टर लगाए हुए थे। इसमें दर्जनों युवा बाइक पर सवार होकर तिरंगा लेकर पप्पू सिंह अमर के नारे लगा रहे थे। वहीं सलारपुर गांव के हाई स्कूल में जवान के पार्थिव शरीर को श्रद्धाजंलि देने के लिए रखा गया। इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ अगुवानी में दाह संस्कार किया गया।