बिहार की नीतीश कुमार सरकार में खनन और भूतत्व मंत्री रामानंद यादव ने राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी के परिजनों पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए ऐलान किया है कि उनकी संपत्ति की जांच कराई जाएगी। वैसे जमीन कब्जा का आरोप सही हो या गलत, ऐसे मामलों की जांच का आदेश देना खनन और भूतत्व मंत्रालय के क्षेत्राधिकार से बाहर की बात है।
महागठबंधन सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद सुशील मोदी ने दागी और आपराधिक छवि के नेताओं को मंत्री बनाने का आरोप लगाते हुए जिन चार मंत्रियों का नाम लिया था उनमें एक रामानंद यादव भी थे। मोदी ने सुरेंद्र यादव, ललित यादव, रामानंद यादव और कार्तिक कुमार का नाम लेकर कहा था कि ये ऐसे लोग हैं जो बाहर निकलते हैं तो लोगों को डर लगता है।
पटना में मीडिया से बात करते हुए शुक्रवार को रामानंद यादव ने कहा कि असल बाहुबली तो सुशील मोदी हैं जिन्होंने डिप्टी सीएम पद की धाक दिखाकर परिवार के लोगों से जमीन कब्जा करवाया है। यादव ने कहा कि सुशील मोदी परिवार के सदस्यों की संपत्ति की जांच कराई जाएगी।
रामानंद यादव ने कहा कि सुशील मोदी के परिवार के लोगों ने अकूत संपत्ति बनाई है जो उनकी दो नंबर की कमाई भी हैंडल करते हैं। यादव ने आरोप लगाया कि सरकार में रहते सुशील मोदी के द्वारा विवादित जमीन पर कब्जा कराकर बहुमंजिला इमारतें बनाई गईं। लोदीपुर और खेतान मार्केट में विवादित जमीन पर मोदी के परिवार के द्वारा कब्जा किया गया है। इन सबकी जांच होगी।