अनामिका जैन अंबर ने वीडियो जारी कर आरोप लगाए हैं कि उन्हें सोनपुर मेला में कविता पाठ करने से रोका गया। प्रशासन की ओर से बताया गया कि बिहार सरकार का आदेश है कि काव्य पाठ नहीं करने दिया जाए।
बिहार के प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में जानी मानी कवियत्री अनामिका जैन अंबर को कविता पाठ करने से रोका गया। कवियत्री ने फेसबुक लाइव आकर नीतीश सरकार के प्रशासन पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाए कि उन्हें पहले सोनपुर मेला में कविता पाठ के लिए बुलाया गया, जब वह पटना आ गईं तो उन्हें सोनपुर मेला में जाने से रोक दिया गया। बताया जा रहा है कि अनामिका जैन की कुछ कविताएं पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी समर्थित हैं। इस वजह से उन्हें ये कविताएं पढ़ने के लिए मना किया गया था।
सोनपुर मेला में शुक्रवार शाम को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में देश भर से कवियों को आमंत्रित किया गया। इसमें कवियत्री अनामिका जैन अंबर का नाम भी शामिल था। अनामिका यूपी की रहने वाली हैं। वह शुक्रवार दोपहर में पटना पहुंच गईं। शाम 8 बजे कवि सम्मेलन शुरू होना था, मगर अनामिका समेत अन्य कवि मेला स्थल पर नहीं पहुंचे।
अनामिका को कविता पाठ से रोका गया
अनामिका जैन अंबर ने सोशल मीडिया पर शनिवार को वीडियो जारी कर आरोप लगाए हैं कि उन्हें सोनपुर मेला में कविता पाठ करने से रोका गया। प्रशासन की ओर से बताया गया कि उनपर प्रेशर है। बिहार सरकार का आदेश है कि उन्हें काव्य पाठ नहीं करने दिया जाए। इसलिए उन्हें पटना में ही रोक दिया गया। प्रशासन को किस बात का डर है। उनकी कौन सी कविता पसंद नहीं आई। जो कवि सोनपुर मेला पहुंच गए थे, उनसे कहा गया कि अनामिका नहीं आएंगी और आ गईं तो उन्हें मंच पर नहीं चढ़ने दिया जाएगा। इसके बाद दूसरे कवियों ने भी इसे अपमान मानते हुए कवि सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया।
प्रशासन बोला- अनिमाका नहीं आईं, इसलिए कार्यक्रम स्थगित हुआ
वहीं, छपरा के डीएम गगन का कहना है कि पटना से कवि समय पर नहीं पहुंचे। इस कारण कवि सम्मेलन स्थगित करना पड़ा। कार्यक्रम के संजोयक कवि संजीव मुकेश ने कहा कि किसी कवि को बुलाकर उसका अपमान करना गलत है। उन्होंने भी मंच पर जाने से इनकार कर दिया। अनामिका जैन अंबर के पति सौरभ जैन सुमन ने बयान जारी कर कहा कि उनकी पत्नी बीजेपी की प्रवक्ता या सदस्य नहीं है। वह बस सत्य कहती हैं।
बीजेपी के समर्थन में कविताएं पढ़ने पर विवाद
बताया जा रहा है कि अनामिका अंबर जैन अक्सर अपनी कविताओं में बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करती हैं। सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार जब अनामिका पटना पहुंचीं तो प्रशासन की ओर से उन्हें फोन कर दिया गया था। कवियत्री से कहा गया कि वह बीजेपी के समर्थन में काव्यपाठ न करें। इसके बाद ही यह विवाद हुआ।