रोहतास जिले के डेहरी अनुमंडल क्षेत्र के सोन नहर में घड़ियाल के देखे जाने के बाद वन विभाग की टीम लगातार दूसरे दिन बुधवार को रेस्क्यू के लिए पहुंची। दो टीमें दिन भर रेस्क्यू में लगी रही। बुधवार को भी घड़ियाल दो स्थानों पर मथुरी पुल और मथुरी गांव के पास देखा गया। दोनों स्थानों पर वन विभाग की टीम द्वारा जाल लगाया गया। बताते हैं कि एक बार तो घड़ियाल जाल में आते-आते रह गया।
टीम का नेतृत्व अजीत कुमार, वनपाल कर रहे हैं। टीम के साथ एक पशु चिकित्सक डॉ राज कुमार भी हैं, यदि रेस्क्यू के क्रम में घड़ियाल घायल हो गया तो उसे तत्काल चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सके। वनपाल ने बताया कि अंधेरा होने तक ही रेस्क्यू चलेगा, उसके बाद नहर किनारे पेट्रोलिंग की जाएगी। बताया कि बीते मंगलवार रात को भी पेट्रोलिंग की गई थी।
घड़ियाल संरक्षित प्राणी, नुकसान ना पहुंचाएं
डीएफओ ने बताया कि यह घड़ियाल संरक्षित श्रेणी में है, इसलिए लोगों से उसे नुकसान ना पहुंचाने की अपील की गई है। यदि किसी को यह घड़ियाल दिखे तो वन विभाग के मोबाइल नंबर 6207262961 पर सूचना दें।डीएफओ ने कहा आम लोग नहर में नहीं जाए। इसके साथ ही मवेशियों को भी नहर में नहीं भेजेंए यह जानलेवा हो सकता है। नहर में कपड़ा धोनेए बर्तन धोनेए मवेशी धोने बिल्कुल न जाएं। इन सब चेतावनी के लिए माइकिंग की जा रही है।
12 फीट लंबा है घड़ियाल
डीएफओ ने बताया कि सोन कैनाल नहर में मथुरी पुल के पास लगभग 12 फीट लंबा घड़ियाल देखे जाने की बात सामने आई है। इसका वजन लगभग डेढ़ क्विंटल है।
मंगलवार से चल रहा रेस्क्यू अभियान घड़ियाल
ज्ञात हो कि पिछले दो दिनों में सोन नहर में कई स्थानों पर घड़ियाल देखा गया है, जिसके बाद लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग एवं प्रशासन को दिया था। सोमवार को डेहरी में मुख्य नहर में दो मगरमच्छ देखे गए थे। कलकत्तिया पुल के पास भी मगरमच्छ देखे गए थे। मंगलवार को अकोढ़ीगोला के मुख्य नहर में प्रेमनगर लख के पास सोन नहर में मगरमच्छ देखा गया है।