केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और कोयला चोरों के बीच झड़प में 4 लोगों की मौत हो गई जबकि 2 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतक कोयला चोर थे। फिलहाल घटनास्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और कोयला चोरों के बीच झड़प में 4 लोगों की मौत हो गई जबकि 2 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतक कोयला चोर बताए जाते हैं। मामला धनबाद जिला के कतरास स्थित ब्लॉक-2 क्षेत्र अंतर्गत बेनीडीह लिंक रेलवे साइडिंग का है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक देर रात तकरीबन 12:30 बजे कोयला चोरी करने पहुंचे लोगों और सीआईएसएफ जवानों के बीच भिड़ंत हो गई। जवानों ने फायरिंग की जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई। 2 लोग घायल हो गए।
मृतकों के परिजनों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश
इधर, मारे गए लोगों के परिजनों ने पुलिस प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ रोष व्यक्त किया है। मृतकों का शव एसएनएचएमएस में रखा गया है। धनबाद एसडीएम बाघमारा पहुंचे हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं। घटनास्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस ने मौके से 21 बाइक भी बरामद की है।
शनिवार देर जवानों और चोरों में हुई भिड़त
घटना के संबंध में बताया जाता है कि केके लिंक साइडिंग से देर रात कुछ लोग कोयला लेने आए थे। उनकी गतिविधियां संदिग्ध थीं। सीआईएसएफ जवानों ने टोका तो बहस शुरू हो गई जो आगे झड़प में तब्दील हो गई। बताया जाता है कि झड़प के दौरान सीआईएसएफ की ओर से फायरिंग की गई जिसकी चपेट में आकर 4 लोगों की मौत हो गई। 2 लोग घायल हैं। हालांकि, सीआईएसएफ ने 1 घायल की ही पुष्टि की है।
परिजनों ने फायरिंग पर उठाए कई सवाल
मृतक के परिजनों ने कोयला उत्खनन करने वाली कंपनियों पर मनमानी का आरोप लगाया। कहा कि स्थानीय लोगों को कोल माइंस में नौकरी नहीं दी गई। हमारी जमीनें ली गईं। बाघमारा की अधिकांश आबादी बेरोजगार है। बेरोजगारी में लोग कोयला चोरी नहीं करेंगे तो क्या करेंगे? हमारे पास आखिर विकल्प क्या है। एक युवक ने कहा कि मैं मानता हूं कि चोरी अपराध है लेकिन क्या फायरिंग ही विकल्प था। किसकी परमिशन से गोली चलाई गई? यदि हमारे लोग दोषी थे तो गिरफ्तार करते। वहीं एक मृतक की बहन ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता था। पिटाई कर लेते लेकिन गोली क्यों चलाई। महिला ने कहा कि हमें इंसाफ चाहिए। हमें जवाब चाहिए। परिजन मुआवजे की मांग भी कर रहे हैं।
सीआईएसएफ ने घटना को लेकर क्या कुछ कहा
इधर, घटना को लेकर सीआईएसएफ की तरफ से आधिकारिक प्रेस रिलीज जारी की गई है। इसमें बताया है कि 19 नवंबर को रात के 11:45 बजे जवान बेनिडीह रेलवे साइडिंग की तरफ जा रहे थे तो पाया कि 4-5 बाइक के जरिए असामाजिक तत्वों द्वारा कोयला चोरी की जा रही है। जवानों ने चेतावनी दी तो वे लोग बाइक छोड़कर भाग निकले। सीआईएसएफ के आधिकारिक बयान के मुताबिक जब जवान 20 नवंबर को 12:15 बजे वापस लौट रहे थे तो पाया कि 40-50 बाइक्स पर 90-100 की संख्या में लोग घातक हथियारों से लैस होकर रास्ता रोककर खड़े थे।
सीआईएसएफ का दावा है कि उन लोगों ने क्यूआरटी प्रभारी को वाहन से उतारा। दूर घसीट कर ले गए और हमला किया। एक ग्रुप ने दूसरे क्यूआरटी वाहन पर हमला किया। ऐसे में जवानों ने आत्मरक्षा में हवाई फायरिंग की जो भूलवश भीड़ में शामिल कुछ लोगों को लग गई। गोली लगने से घायल हुए 5 लोगों को फौरन पीएमसीएच ले जाया गया। वहां 4 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया जबकि 1 को प्राथमिक उपचार के बाद रांची रेफर किया गया। बाद में एक अन्य व्यक्ति को भी इलाज के लिए पीएमसीएच लाया गया लेकिन हम उसकी पुष्टि नहीं करते।