भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की द्वितीय पुण्यतिथि श्रधांजलि दी गई।
छपरा (सारण) गरख़ा में भारतीय राजनीति के स्तंभ अद्भुत संगठन करता कवि हृदय प्रखर वक्ता पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न पंडित अटल बिहारी बाजपेयी के द्वितीय पुण्यतिथि पर रविवार को जगह -जगह विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। गरख स्थित भाजपा कार्यालय पर आयोजित सभा में बाजपेयी जी के वैचारिक भाव व कार्यों का वर्णन कर श्रद्धांजलि अíपत की गई। पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ में देश के सांस्कृतिक विरासत के महत्व को अटल जी ने पहचान दिलाई थी।
उन्होंने कहा कि अटल जी की इच्छा कभी राजनीति में जाने की न हीं थी। परन्तु पंडित दीनदयाल उपाध्याय व डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को साकार करने के लिए सक्रिय राजनीति से जुड़ गए। अटल जी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह ने उनके सोच को सार्थक किया है।
पूर्वी मण्डल अध्यक्ष प्रो हरेन्द्र सिंह के परसा आवास पर पुण्य तिथि सभा में प्रो हरेन्द्र ने कहा कि पोखरण परमाणु परीक्षण, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना, भारत के विदेश नीति को मजबूती प्रदान करना उनकी सोच और उपलब्धियों की सुगंध आज भी महसूस हो रही है। जिला मिडिया प्रभारी संजय सिंह ने कहा वाजपेयी जी ऐसे नेता थे जिन्होंने हमेशा देश के बारे में सोचा। उनकी दूरदर्शी सोच की देन है कि आज देश सही दिशा में जा रहा है कार्यक्रम में पश्चमी अध्यक्ष श्याम सुंदर प्रसाद, त्रिलोकी शर्मा, विनोद सिंह, संतोष सिंह, निरंजन सिंह एवं नागेन्द्र कुमार सिंह उपस्थित थे।
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