लॉक डाउन के बहाने मजदूरों के अधिकारों को छीनना बंद करो:- माले
बेतिया से घनश्याम की रिपोर्ट
बेतिया। भाकपा माले के मजदूर संगठन ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल आफ ट्रेड यूनियन्स (ऐक्टू) के अह्वान पर भाकपा माले के प्रखंड सचिव अच्छेलाल राम विलास एव जिला कमिटी सदस्य सीता राम राम ने ने रमपुरवा गांव में सोशल डिस्टेंस अपनाते हुए विरोध प्रदर्शन कर कहा कि लम्बे संघर्षो से हासिल श्रम कानूनों को समाप्त कर मोदी सरकार द्वारा मजदूरों को बंधुआ व गुलाम बनाने का जो फैसला किया है उसे वापस ले। आगे कहा कि मोदी, नीतीश सरकार द्वारा 8 घंटे कार्य दिवस के बदले 12 घण्टे काम का आदेश चोरी चोरी, चुपके-चुपके नीतीश कुमार ने बिहार में भाजपा शाषित यूपी, एमपी व गुजरात सरकार के तर्ज पर 12 घंटा काम का आदेश पिछले 9 मई को ही जारी कर दिया था। जिसके खिलाफ आज पुरे राज्य में दो दिनों का विरोध कार्यक्रम के तहत प्रदर्शन किया गया। नीतीश सरकार द्वारा जारी 12 घण्टा काम का आदेश पर नीतीश नेतृत्व वाली जदयू-भाजपा की डबल इंजन सरकार पर जमकर हमला बोला, उन्होंने कहा कि यह आदेश मालिकों का तिजोरी भरने के लिये मजदूरों को गुलाम बनाने, बंधुआ व बंधक बनाने वाला आदेश है जो लोकतंत्र के माथे पर काला धब्बा है, लोकतंत्र विरोधी के साथ साथ इस 12 घण्टा काम के आदेश को बुनियाद पर हमला बताया, उन्होंने इसे नीतीश सरकार से अविलंब वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि नीतीश-मोदी की डबल इंजन सरकार गरीब मजदूरों के लिये डबल धोखा-डबल मुसीबत की सरकार बन गयी है, उन्होंने चेतावनी दिया कि अगर इसे तुरंत वापस नहीं लिया गया तो मजदूर नीतीश सरकार से आर पार की लड़ाई लड़ेंगे। मौके पर हरिलाल राम, भारत राम, चिनगारी राम , उमेश राम, मेहंदी राम, राजेश राम, प्रमोद राम आदी मौजूद रहे।
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