शकूराबाद थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव में शनिवार की अहले सुबह 32 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई। शुक्रवार की रात दस बजे सर्वेश शराब पीकर घर पहुंचा और खाना खाकर सो गया। डर से अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बिहार में शराबबंदी के बीच जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। छपरा, वैशाली और समस्तीपुर के बाद ताजा मामला जहानाबाद का है। जिले के शकूराबाद थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव में शनिवार की अहले सुबह 32 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई। शुक्रवार की रात दस बजे सर्वेश शराब पीकर घर पहुंचा और खाना खाकर सो गया। बदनामी और डर की वजह से उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस मामले से अनजान बनी हुई है।
जानकारी मिली कि युवक सर्वेश कुमार दो बजे रात में बेचैनी की हालत में जगा। उसने अपनी पत्नी को चाय बनाने के लिए कहा और पुनः सो गया। सुबह होने के बाद भी लेट तक नहीं जगने पर उसकी पत्नी जगाने गई तो देखा कि वह मृत पड़ा है। पति की मृत होने की सूचना पत्नी ने परिवार के अन्य सदस्यों को दिया। सर्वेश की मौत की भनक गांव में आग की तरह फैल गई और मृतक को देखने के लिए लोगों का तांता लग गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सर्वेश आवास योजना की एक मुश्त राशि निकाली थी। उसने पिता प्रवीण शर्मा को 12हजार रुपये दिया था और कुछ पैसा अपने पास रखे हुए था। पूरे दिन वह सलेमपुर मठिया पर शराब का सेवन करता रहा । शराब सेवन करने के दौरान ही किसी ने शराब में विषैला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया जिससे उसकी मौत हो गई।
मृतक के शरीर एवं गले पर नीले रंग का धब्बा हुआ था और मुंह से झाग निकल रहा था। मुंह से निकल रहे झाग में देशी शराब और जहरीले पदार्थ की बदबू आ रही थी। हालांकि परिजनों ने भयभीत होकर थाने की पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी। मृतक को अंतिम संस्कार के लिए फतुहा ले जाया गया। पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। थानाध्यक्ष दीपक कुमार से पूछने पर बताया कि इस मामले की अब तक कोई सूचना नहीं मिली है।